आरज़ू है दिल मेचाहत ना बन जाएधरकन य मेरीमोहब्बत का रंग लाए
मुकाम है मंज़िल हैजोश है सवारहरकत य मेरीफ़ितरत ना बन जाए
पाना है तुझेमेरी मंज़िल तो तू हैखुअबो की डोली पे बैठीमेरी दुल्हन बस तू ह
Post a Comment
No comments:
Post a Comment